कोमाखान क्षेत्र में अवैध शराब का कहर: नौजवानों की मौतें बढ़ीं, प्रशासन मौन?

कोमाखान क्षेत्र में अवैध शराब का कहर: नौजवानों की मौतें बढ़ीं, प्रशासन मौन?

महासमुंद। जिले के कोमाखान थाना क्षेत्र में इन दिनों अवैध शराब की बिक्री पर नियंत्रण नहीं होने से स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। बताया जा रहा है कि महुआ शराब के साथ-साथ ओडिशा से लाई जा रही अवैध शराब की खुलेआम बिक्री हो रही है। विभागीय लापरवाही के कारण युवा वर्ग नशे की लत में बुरी तरह फंस रहा है और कई युवकों की असमय मौतें हो चुकी हैं।

हाल ही में ग्राम पटपरपाली में दो युवकों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार, दोनों युवक लंबे समय से शराब के आदी थे और अकसर भटगांव व सराईपाली क्षेत्र से महुआ शराब लेने जाया करते थे।

फिर से शुरू हुई घर-घर शराब बिक्री

कुछ समय पहले ग्राम सराईपाली में महुआ शराब बिक्री पर कार्रवाई कर रोक लगाई गई थी, लेकिन अब एक बार फिर गांव में घर-घर शराब बननी शुरू हो गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र के सैकड़ों युवक नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं।

महासमुंद: कोमाखान थाना से महज 4 किमी दूर हाईवे किनारे खुलेआम गांजा और शराब की बिक्री, प्रशासन मौन

हर ब्रांड की शराब उपलब्ध

सूत्रों के अनुसार, ग्राम भिलाईदादर में देशी और अंग्रेजी दोनों तरह की शराब के लगभग सभी ब्रांड आसानी से मिल जाते हैं। यहां शराब दोगुने दामों में बेची जा रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि शराब बिक्री में शामिल कुछ लोगों के खिलाफ पहले भी कार्रवाई हो चुकी है, फिर भी यह धंधा बिना रोक-टोक जारी है।

कोमाखान क्षेत्र में अवैध शराब का कहर
कोमाखान क्षेत्र में अवैध शराब का कहर

बड़ी घटना की आशंका

सराईपाली, भटगांव, भिलाईदादर और बंधापार जैसे इलाकों में अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री दोनों चल रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, घरेलू शराब में मिलाए जाने वाले रसायन और एल्कोहल की मात्रा का कोई मानक नहीं होता, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।

चौखड़ी के पास नशे का अड्डा

कोमाखान थाना से कुछ ही दूरी पर स्थित बागबाहरा-खरियार रोड चौखड़ी क्षेत्र में भी नशे का अड्डा पनप रहा है। यहां कई झोपड़ीनुमा दुकानों और होटलों में अवैध शराब और गांजा की उपलब्धता बताई जा रही है। आश्चर्य यह है कि यह इलाका थाना मुख्यालय से महज तीन किलोमीटर की दूरी पर है, फिर भी प्रशासन की कोई ठोस कार्रवाई नजर नहीं आ रही है।

स्थानीयों ने की कार्रवाई की मांग

ग्रामीणों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन और पुलिस से इस पूरे नेटवर्क पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि क्षेत्र के युवाओं को नशे के जाल से बाहर निकाला जा सके।

ये भी पढ़ें...

[wpr-template id="218"]