महासमुंद। बागबाहरा-तेन्दूकोना क्षेत्र के फिरगी गांव में मवेशियों की अवैध तस्करी को लेकर हालात तनावपूर्ण हो गए। ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले कुछ समय से गांव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में मवेशी लाए जा रहे हैं और उन्हें ओडिशा सीमा के रास्ते कत्लखानों तक पहुंचाया जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर 21 अगस्त को ग्रामीणों और मवेशी कारोबारियों (कोचियों) के बीच विवाद हो गया, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गया।
बैठक में मचा हंगामा, ग्रामीण को मारा चप्पल
जानकारी के अनुसार, 21 अगस्त की शाम को ग्रामीणों ने गांव में बैठक बुलाई थी, जिसमें अवैध तस्करी रोकने पर चर्चा की जा रही थी। बैठक के दौरान एक कोचिये ने अचानक गुस्से में उठकर एक ग्रामीण को चप्पल से मार दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी हाथापाई में बदल गई और गांव में तनाव का माहौल बन गया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि अवैध मवेशी परिवहन को लेकर उन्होंने पहले ही पुलिस चौकी को सूचना दी थी और बैठक से पहले भी लगातार संपर्क किया, लेकिन समय पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि पुलिस की देरी ने विवाद को बढ़ावा दिया।
बीमारी फैलने का भी खतरा
ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना बाहर से बड़ी संख्या में मवेशी लाने से गांव के जानवरों में बीमारियां फैल रही हैं। हाल ही में खुरहा-चपका जैसी बीमारी सामने आई थी, जिस पर रोक लगाने के लिए भी ग्रामीणों ने पहले चेतावनी दी थी।
पुलिस की सख्ती, गांव में स्थिति नियंत्रण में
घटना की जानकारी मिलते ही उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जिलेभर से पुलिस बल बुलाकर फिरगी गांव में तैनात किया गया। तेन्दूकोना थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल गांव में शांति है, स्थिति पर नजर रखी जा रही है और मामले की जांच जारी है।