महासमुंद। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बागबाहरा में एक एंबुलेंस ड्राइवर द्वारा घायल मरीज के सिर में टांके लगाने की घटना ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यह तस्वीर 12 अगस्त को खींची गई थी, लेकिन 20 दिन बाद सोशल मीडिया में वायरल हुई। अब यह चर्चा का विषय है कि आखिर तस्वीर इतने दिन तक कहां रही और इतनी देर बाद क्यों वायरल हुई। इस पूरे मामले की जांच की मांग उठ रही है।
20 दिन बाद सामने आई तस्वीर
20 दिन पुरानी इस तस्वीर में साफ दिख रहा है कि ड्रेसर और उसके हेल्पर की मौजूदगी में एक निजी एंबुलेंस चालक मरीज को टांके लगाते हुए नजर आ रहा है। सोशल मीडिया पर यह फोटो अब तेजी से शेयर हो रही है। लोगों का कहना है कि जब अस्पताल में स्टाफ मौजूद था तो टांके लगाने का काम ड्राइवर ने क्यों किया और तस्वीर इतने दिनों तक दबकर क्यों रही।
घटना कब और कैसे हुई?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना 12 अगस्त की रात करीब 10 बजे की है। सड़क हादसे में घायल नोमेश ध्रुव को 112 की मदद से बागबाहरा अस्पताल लाया गया था। उपचार के दौरान टांके लगाने की जरूरत पड़ी, लेकिन यह काम अस्पताल स्टाफ की जगह एंबुलेंस चालक मनोज यादव ने किया।
स्वास्थ्य विभाग की कार्रवाई
तस्वीर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। विभाग ने अस्पताल में मौजूद पूरे स्टाफ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही जांच के बाद आगे की कार्रवाई की बात कही जा रही है।
बड़ा सवाल
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि 12 अगस्त को हुई यह घटना 20 दिन तक दबे क्यों रही और तस्वीर अब जाकर वायरल क्यों हुई? क्या इसमें कोई जानबूझकर देरी की गई या यह केवल संयोग है? इसका जवाब जांच के बाद ही मिल पाएगा।









