बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हुए भीषण रेल हादसे ने जहां पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है, वहीं इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीरें भी सामने आई हैं। हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई यात्री गंभीर रूप से घायल हैं। राहत एवं बचाव दल दिन-रात एक कर मलबे से घायलों को बाहर निकालने में जुटे रहे, लेकिन इसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने मौके का फायदा उठाकर लूटपाट और चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों के अनुसार, घायलों और मृतकों के मोबाइल फोन, बैग, पैसे और जेवरात चोरी कर लिए गए। एक महिला यात्री के गले से मंगलसूत्र और सोने के आभूषण तक उतार लिए गए थे। इस अमानवीय हरकत से परिजनों में भारी आक्रोश है।
मदद के बहाने लूट की वारदात
सूत्रों के मुताबिक, कई लोग राहत कार्य का हिस्सा बनकर घटनास्थल पर पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने मदद के बजाय घायलों के सामान पर हाथ साफ किया। एक मृत महिला के मोबाइल फोन को एक अज्ञात महिला द्वारा उठाकर ले जाने की शिकायत परिजनों ने की है।
मृत महिला के परिजनों ने बताया कि उन्होंने हादसे की जानकारी मिलने के बाद बार-बार फोन मिलाने की कोशिश की, लेकिन जवाब नहीं मिला। जब अंततः एक महिला ने फोन उठाया तो उसने कहा कि “यह मोबाइल उन्हें पड़ा हुआ मिला है और अब वे इसे वापस नहीं करेंगी।” जब परिजनों ने जानकारी मांगने की कोशिश की, तो उस महिला ने गाली-गलौज कर दी।
पुलिस ने शुरू की जांच
इस पूरे मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस से की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद लोगों की पहचान की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रेल हादसे में 11 की मौत, बच्चा गंभीर
हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत और दर्जनों यात्रियों के घायल होने की पुष्टि हुई है। घायलों में 2 साल का बच्चा हरीश यादव भी शामिल है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उसकी मां की मौके पर ही मौत हो गई थी। राहत दल और एनडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर अब भी राहत कार्य में जुटी हुई हैं।
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