कांकेर। ईरान-इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव और युद्ध के हालात अब छत्तीसगढ़ के कांकेर ज़िले तक असर दिखाने लगे हैं। भानुप्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम कन्हारगांव निवासी मयंक साहू, जो मर्चेंट नेवी कंपनी में कार्यरत हैं, इस समय ईरान में फंसे हुए हैं।
मयंक के परिजनों ने बेटे की सलामती को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है और एक पत्र भेजकर भारत वापस लाने की अपील की है। परिजनों के अनुसार, मयंक ने चेन्नई से मर्चेंट नेवी का कोर्स किया था और उन्हें नौ महीने की अवधि के लिए ईरान की एक कंपनी में नौकरी मिली थी। वे पिछले 6 महीने से ईरान में सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन हाल के युद्ध हालातों के चलते उनकी वापसी रुक गई है।
मयंक के पिता गंधर्व साहू ने कहा कि, “युद्ध की खबरों के बीच हम हर पल बेटे की चिंता में डूबे हुए हैं। हर खबर डराती है, हर कॉल दिल दहला देती है। हम प्रधानमंत्री से निवेदन करते हैं कि हमारे बेटे को सुरक्षित भारत वापस लाया जाए।”
भारत सरकार की ओर से युद्ध क्षेत्र से कई नागरिकों को स्वदेश वापस लाया गया है, लेकिन मयंक जैसे कुछ युवा अब भी ईरान में फंसे हुए हैं, जिनकी सुरक्षित वापसी के लिए सरकारी प्रयासों की सख्त ज़रूरत है।
मुख्य माँगें:
विदेश मंत्रालय मयंक से संपर्क कर उनकी स्थिति स्पष्ट करे
युद्ध क्षेत्र में फंसे नागरिकों की सूची सार्वजनिक की जाए
भारत सरकार विशेष मिशन के ज़रिए शेष नागरिकों को वापस लाए