नई दिल्ली: रविवार देर रात आए 6.2 तीव्रता के भूकंप ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर समेत चार देशों को हिला दिया। भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान तक इसके झटके महसूस किए गए। दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में लोग घरों से बाहर निकल आए।
भारत में कहाँ-कहाँ महसूस हुए झटके?
समय: रात करीब 1 बजे
राज्य: जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली-एनसीआर
अवधि: झटके करीब 5-7 सेकंड तक महसूस हुए
प्रभाव: लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए
अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा नुकसान
भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत का दारा नूर जिला बताया जा रहा है।
कई कच्चे मकान ढह गए और लोग मलबे के नीचे दब गए।
स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, कम से कम 15 लोग घायल हुए हैं।
राहत और बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा।
पाकिस्तान में दहशत का माहौल
झटके इस्लामाबाद, लाहौर, रावलपिंडी, पेशावर, क्वेटा और अन्य शहरों में महसूस किए गए।
लोग घरों से बाहर निकलकर दुआएं मांगने लगे।
मौसम विभाग ने तीव्रता 6.0 बताई और नागरिकों को आपातकालीन हेल्पलाइन 1700 पर सूचना देने की सलाह दी।
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क्यों आता है भूकंप?
धरती की सतह कई टेक्टोनिक प्लेटों पर टिकी है।
जब ये प्लेट्स आपस में टकराती या खिसकती हैं तो भूकंप आता है।
अफगानिस्तान-पाकिस्तान का इलाका इंडियन और यूरेशियन प्लेटों की सीमा पर है, जहां अक्सर भूकंप आते रहते हैं।
भूकंप की तीव्रता कैसे मापी जाती है?
भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है।
यह पैमाना 1 से 9 अंक तक होता है।
जितना ज्यादा अंक, उतनी ही भयावहता।
पुराने भूकंप जिन्होंने छोड़ी गहरी चोट
2005 (पाकिस्तान): 7.6 तीव्रता का भूकंप, 73,000 से अधिक मौतें।
2023 (अफगानिस्तान): 6.3 तीव्रता का भूकंप, हजारों लोगों की मौत।
अब 2025 की शुरुआत में आया यह भूकंप फिर से पुरानी त्रासदी की यादें ताज़ा कर गया।
👉 अभी तक भारत से किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई है। लेकिन अफगानिस्तान और पाकिस्तान में जमीन धंसने और मकान ढहने की वजह से असल स्थिति सामने आने में समय लगेगा।



















