काठमांडू। नेपाल में पिछले दो दिनों से जारी भारी हिंसा और जनाक्रोश के बाद हालात पूरी तरह बिगड़ गए हैं। मंगलवार देर रात हालात पर काबू पाने के लिए सेना ने कमान संभाल ली है और फिलहाल देश में कर्फ्यू लागू है। वहीं, नई अंतरिम सरकार बनाने के लिए संभावित चेहरों की तलाश शुरू हो गई है।
नेपाल में क्यों भड़का बवाल?
नेपाल में Gen-Z प्रदर्शनकारियों ने कथित भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया बैन और राजनीतिक अस्थिरता के खिलाफ मोर्चा खोला। देखते ही देखते आंदोलन हिंसक हो गया और काठमांडू समेत कई शहरों में आगजनी, तोड़फोड़ और पुलिस से झड़पें हुईं। स्थिति बेकाबू होने के बाद नेपाल के पीएम केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया।
कहां हैं KP शर्मा ओली?
इस्तीफे के बाद ओली के लापता होने की खबरों ने सियासी संकट और गहरा दिया है। सूत्रों के अनुसार वे काठमांडू के किसी सेफ हाउस में छिपे हुए हैं, लेकिन उनकी लोकेशन पब्लिक नहीं की गई है।
सेना के हाथों में सत्ता
नेपाल के सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगडेल ने हालात संभालने के लिए प्रदर्शनकारियों से सीधे बातचीत शुरू की है। सरकार भंग होने के बाद देश की कमान फिलहाल सेना के पास है।
अंतरिम सरकार की तलाश
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अंतरिम सरकार में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है। संभावित नामों में काठमांडू मेयर बालेन शाह और रवि लामिछाने का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
भारत पर असर, यूपी-बिहार अलर्ट पर
नेपाल में बिगड़े हालात का असर भारत की सीमाओं पर भी दिखाई दे रहा है।
उत्तर प्रदेश: CM योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर नेपाल बॉर्डर से सटे जिलों में हाई अलर्ट। पुलिस को 24 घंटे मुस्तैद रहने के आदेश।
बिहार: पुलिस मुख्यालय ने सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा बढ़ाई, CCTV और पेट्रोलिंग के सख्त निर्देश।
नेपाल यात्रा पर असर
हिंसा और कर्फ्यू की वजह से भारत से नेपाल जाने वाले कई यात्रियों ने अपने ट्रैवल प्लान रद्द कर दिए हैं। कई फ्लाइट्स भी कैंसिल हो चुकी हैं। बॉर्डर पर अफरा-तफरी का माहौल है।