आस्था और विश्वास के साथ हमारी सनातन धर्म की नींव रखी गई है। आस्था से हमारी विश्वास बढ़ती है और इससे हमारी प्रगति का रास्ता खुलता है। लेकिन, आस्था पर चोट पहुंचाने का काम भी आए दिन देखने को मिलता है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने पंडित प्रदीप मिश्रा के एक लोटा जल पर विवादित बयान देकर नए विवाद को खड़ा कर दिया है।
धमतरी। अंतरराष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा छत्तीसगढ़ के धमतरी में शुरू है। काटाकुर्रीडीह कुकरेल में आयोजित शिव महापुराण कथा में बहुत संख्या में लोग उन्हे सुनने के लिए पहुंच रहे हैं। इसी बीच कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का बयान भी सामने आया है। उन्होंने ‘एक लोटा जल’ अंधविश्वास वाले बयान पर पलटवार किया है। पं. प्रदीप मिश्रा ने कि पहले एक लोटा जल चढ़ा कर तो देखें, तब पता चलेगा की विश्वास है या अंध विश्वास है। जिनको सनातन धर्म नहीं सुहाता वो अलग विषय है। सनातन धर्म के अंदर शिव पूजन शिव आराधना होता है, मैं किसी पार्टी का विरोध नहीं करता, ये सनातन धर्म की जागरूकता है।
भूपेश बघेल के विवादित बयान पर हंगामा
आपको बता दें कि पूर्व CM भूपेश बघेल ने सनातन धर्म को लेकर एक ऐसा बयान दिया था, जिस पर BJP हमलावर हुई। कांग्रेस नेता ने सनातन धर्म को लेकर कहा कि एक लोटा जल चढ़ा दो और जीवन में कुछ काम मत करो, बच्चों को मत पढ़ाओ, खेत में काम मत करो, बस एक लोटा जल चढ़ा दो, तो सब कुछ ठीक हो जाएगा। इस तरह की धारणा लोगों में बनी हुई है।” उन्होंने आगे कहा कि ”इसे हम आस्था नहीं कह सकते हैं। यह आस्था नहीं, बल्कि BJP द्वारा फैलाया गया अंधविश्वास है। भूपेश बघेल ने यह बयान बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम जेवरतला में एक कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान दिया। भूपेश बघेल ने कहा कि बच्चे पढ़ेंगे नहीं तो कैसे कुछ बनेंगे। भगवान कृष्ण ने गाय चराए, भगवान राम जंगल-जंगल भटके हैं।