रायपुर। नवा रायपुर स्थित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT Raipur) में अध्ययनरत एक छात्र द्वारा तकनीक का गलत उपयोग करने का गंभीर मामला सामने आया है। संस्थान में पढ़ने वाली कई छात्राओं की एआई (Artificial Intelligence) के माध्यम से फर्जी और आपत्तिजनक तस्वीरें बनाने का आरोप छात्र पर लगा है।
शिकायत के बाद संस्थान प्रबंधन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र को निलंबित (Suspended) कर दिया है।
शिकायत के बाद तत्काल कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (ECE) विभाग में तृतीय वर्ष में पढ़ने वाले छात्र के खिलाफ सहपाठी छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत मिलते ही संस्थान प्रशासन ने छात्र के कमरे की तलाशी ली और उसके मोबाइल, लैपटॉप व पेन ड्राइव को जब्त कर लिया। प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाए जाने पर छात्र को तत्काल निलंबित कर दिया गया।
बनाई गई जांच समिति
प्रबंधन ने इस पूरे प्रकरण की तकनीकी और अनुशासनात्मक जांच के लिए एक महिला स्टाफ समिति गठित की है, जो सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। साथ ही, यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी फर्जी कंटेंट बाहर लीक न हो या सोशल मीडिया पर अपलोड न किया गया हो।
छात्राओं में भय और चिंता
छात्राओं ने आशंका जताई है कि आरोपी छात्र ने तैयार की गई फेक तस्वीरें या वीडियो कहीं साझा तो नहीं किए हैं। संस्थान ने छात्राओं को भरोसा दिलाया है कि उनके साथ न्याय होगा और हर संभव सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं।
संस्थान का बयान
IIIT-Raipur के निदेशक डॉ. ओमप्रकाश व्यास ने कहा —
“यह एक गंभीर और संवेदनशील मामला है। छात्राओं की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की गई है। आरोपी छात्र के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त कर लिए गए हैं। जांच समिति सभी तकनीकी और अनुशासनिक पहलुओं पर विस्तार से काम कर रही है। पूरी प्रक्रिया पूरी संवेदनशीलता और गोपनीयता के साथ की जा रही है।”
डिजिटल तकनीक के दुरुपयोग पर सवाल
यह घटना न केवल संस्थान के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीकों का अनैतिक उपयोग कितना खतरनाक हो सकता है। यह मामला बताता है कि तकनीकी शिक्षा के साथ नैतिकता और डिजिटल जिम्मेदारी की शिक्षा देना भी समय की बड़ी जरूरत है।
हमसे जुड़े
https://www.facebook.com/webmorcha
https://www.instagram.com/webmorcha/