महासमुंद/ कोमाखान। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में ओडिशा की सीमा से लगे खरियार रोड नेशनल हाइवे पर बागबाहरा चौखड़ी के पास एक अवैध नशा केंद्र तेजी से सक्रिय होता जा रहा है। यहां खुलेआम गांजा की पैकिंग से लेकर देसी शराब की खुलेआम बिक्री तक की जा रही है।
सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह इलाका कोमाखान थाना से सिर्फ 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, इसके बावजूद न पुलिस नजर आ रही है और न ही प्रशासन का कोई हस्तक्षेप।
हर शाम नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है यह स्थान
स्थानीय लोगों के अनुसार, शाम ढलते ही यह क्षेत्र नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है। दर्जनों की संख्या में लोग यहां नशा खरीदने और उसका सेवन करने पहुंचते हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक झोपड़ीनुमा घर में बैठकर एक व्यक्ति गांजा पैक कर रहा है, वहीं कुछ लोग देसी शराब लेकर बाहर निकलते दिखते हैं।
झोपड़ी में बाकायदा बैठने और शराब पीने की “अनुमति” तक दी जाती है, जिससे साफ है कि यह गतिविधियां किसी ‘संगठित संरक्षण’ के तहत चल रही हैं।
क्या पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत है?
ग्रामीणों का आरोप है कि इस गोरखधंधे के पीछे कुछ प्रभावशाली लोगों का हाथ है। यही कारण है कि पुलिस और प्रशासन आंख मूंदे बैठे हैं। लोगों का कहना है कि अगर यह अड्डा थाना से चंद किलोमीटर की दूरी पर है और फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही, तो सवाल उठना लाजमी है।
नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं युवा और छात्र
यह गैरकानूनी गतिविधि अब सामाजिक संकट का रूप लेती जा रही है। स्कूल-कॉलेज के छात्र, ग्रामीण युवा और बेरोजगार युवक इसकी चपेट में आ चुके हैं। सामाजिक ताना-बाना टूट रहा है और अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।
स्थानीय निवासियों की मांगें इस प्रकार हैं:
गांजा और शराब की अवैध बिक्री तत्काल रोकी जाए
इस धंधे में शामिल लोगों पर कठोर कार्रवाई हो
क्षेत्र में पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए
उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को सार्वजनिक किया जाए
वीडियो सबूत में देखी गई अवैध गतिविधियों से साफ है कि यह कानून और सामाजिक व्यवस्था दोनों के लिए खतरा बन चुका है। यदि प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाया, तो यहां की स्थिति और भयावह हो सकती है।
यहां देखें वीडियो