रायपुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता टीएस सिंहदेव ने प्रदेश में मीडिया कवरेज पर नियंत्रण को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हालिया निर्देश को उन्होंने “शर्मनाक और अलोकतांत्रिक” बताया।
🔒 अस्पतालों में मीडिया के प्रवेश पर रोक
टीएस सिंहदेव ने कहा कि गोपनीयता और प्रोटोकॉल के नाम पर प्रदेश सरकार ने मीडिया पर शिकंजा कसने की कोशिश की है।
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अस्पतालों में मीडिया के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध,
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हर रिपोर्ट के लिए पूर्व अनुमति अनिवार्य,
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और कवरेज के तरीके पर भी नियंत्रण,
इन सभी आदेशों को उन्होंने जनतंत्र के खिलाफ करार दिया।
🗣 “मीडिया का प्रथम दायित्व जनता के प्रति है”
उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑपरेशन थिएटर और अपराध पीड़ितों की गोपनीयता समझी जा सकती है, लेकिन जनहित के मामलों पर मीडिया की स्वतंत्रता बाधित करना अस्वीकार्य है।
“यदि कोई मरीज़ स्वयं अपनी बात मीडिया से साझा करना चाहता है, तो उस पर रोक लगाना न केवल अलोकतांत्रिक है, बल्कि यह प्रशासन में सुधार की प्रक्रिया को भी बाधित करता है।” – टीएस सिंहदेव
⚖️ “कानून हैं, सेंसर की जरूरत नहीं”
टीएस सिंहदेव ने यह भी कहा कि यदि कोई मीडिया संगठन भ्रामक खबरें प्रसारित करता है, तो कानूनन पहले से ही कार्यवाही के लिए प्रावधान मौजूद हैं। ऐसे में पूर्व प्रतिबंध लगाना पूरी तरह अनुचित है।
🛑 भाजपा संगठन प्रभारी से चर्चा की मांग
उन्होंने जानकारी दी कि भाजपा के संगठन प्रभारी आज एक महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हो रहे हैं। टीएस सिंहदेव ने उनसे अपील की कि इस संवेदनशील विषय को भी उसमें शामिल किया जाए ताकि जनता के अधिकारों का दमन ना हो।
📸 “कलम और कैमरा डर के आगे नहीं झुकेंगे”
अपना वक्तव्य समाप्त करते हुए सिंहदेव ने कहा:
“पत्रकारों की कलम और कैमरा डर के आगे नहीं झुकेंगे। जनता को जानकारी चाहिए — और ये उनका अधिकार है।”